Home छत्तीसगढ़ कृषि छात्रों ने अंगीकृत ग्रामों में किया सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन कार्यक्रम

कृषि छात्रों ने अंगीकृत ग्रामों में किया सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन कार्यक्रम

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कृषि महाविद्यालय की पहल

बिलासपुर – बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, बिलासपुर तथा कृषि महाविद्यालय,लोरमी के बीएससी कृषि चतुर्थ वर्ष प्रथम सेमेस्टर में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने रावे (ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम नवगवां, चुमकवा व मोहतराई, ब्लॉक बिल्हा, जिला बिलासपुर में किसानों को कृषि के विभिन्न तकनीकों व नवाचारों से अवगत कराया तथा प्रशिक्षण, समूह चर्चा, प्रदर्शन के माध्यम से आवश्यक तकनीकों को प्राध्यापकों, वैज्ञानिकों के माध्यम से उन तक पहुंचाने का कार्य किया।

दिनाँक 25 अक्तूबर को सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन कार्यक्रम (यह एक मूल्यांकन तरीका है जिसमे ग्रामीण समुदायों के लोग अपनी समस्याओं और संभावनाओं की पहचान करने में भाग लेते है व इसका उद्देश्य ग्रामीण विकास के लिए योजनाएँ बनाना और उन्हे लागू करना) का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम कृषि महाविद्यालय, बिलासपुर के अधिष्ठाता डॉ.आर. के. एस. तिवारी के कुशल नेतृत्व में व रावे समन्वयक डॉ. राजेश कुमार साहू, प्राध्यापक के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।

इसमे छात्र एवं छात्राएँ गाँव के क्षेत्र संबंधित, समय संबंधित, संबंध संबंधित गाँव के मानचित्र जिसमें समय अनुसार ग्राम में हुए कार्य जैसे विद्यालय, पंचायत, अतिवृष्टि, गांव में उपलब्ध संसाधन पशुधन, पोल्ट्री, प्रत्येक मौसम में किए जाने वाले कृषि संबंधित कार्य, ग्रामवासियों का बाहरी समुदाय से संबंध व दूसरे शहर किसी कार्य हेतु जाना, प्राचीन समय से हुए बदलाव जैसे विभिन्न किस्मों की फसल, कृषि अभियांत्रिकी की उपलब्धता, निवासों की संख्या में वृद्धि व कृषि भूमि पर विकास कार्य, जनसंख्या दर, शिक्षा दर में बदलाव, विभिन्न मुद्दे जैसे गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी, आदि के कारक व उनसे होने वाले प्रभाव इत्यादि के बारे में ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी से मानचित्र बनाकर समझा व समझाया।

सभी कार्य शासकीय विद्यालय, नवगवां व पंचायत भवन, मोहतराई में ग्रामवासियों के सहायता से मिली जानकारी के आधार पर बनाया व संपूर्ण किया गया। इस कार्यक्रम से छात्र को ग्रामीण परिवेश से रूबरू होने, गांव के बारे में जानकारी एवं ग्रामवासियों को भी अपने ग्राम को निकटतम से जानने का मौका मिला। अंत में रावे समन्वयक डॉ. साहू ने ग्रामवासियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक व कीट विज्ञान के प्रभागाध्यक्ष डॉ. आर.के. एस. तोमर व ग्रामवासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।