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गौरेला-पेंड्रा-मरवाही | [01.03.2025]
छत्तीसगढ़ शासन की मंशानुरूप, माननीय उप मुख्यमंत्री जी, गृह विभाग, छत्तीसगढ़ शासन की अध्यक्षता में नारकोटिक्स ड्रग्स की तस्करी एवं दुरुपयोग की रोकथाम के लिए जारी दिशा-निर्देशों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु पुलिस अधीक्षक आईपीएस भावना गुप्ता के मार्गदर्शन में आज जिला कंट्रोल रूम, गौरेला में मेडिकल स्टोर संचालकों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं नोडल अधिकारी, एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स, ओम चंदेल द्वारा की गई। मीटिंग में मेडिकल स्टोर संचालकों को एनसीओआरडी (NCORD) समिति द्वारा तय किए गए नियमों की जानकारी दी और उन्हें इनका कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए। बैठक आहूत करने में ड्रग इंस्पेक्टर पीयूष जायसवाल जी की विशेष भूमिका रही तथा बैठक में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के डीएसपी दीपक मिश्रा, निरीक्षक सौरभ सिंह, उप निरीक्षक रणछोड़ सिंह सेंगर, उप निरीक्षक सनत म्हात्रे, प्रधान आरक्षक दिलीप बंजारे समेत अन्य ANTF सदस्य भी उपस्थित रहे।
बैठक में मेडिकल स्टोर संचालकों को निम्नलिखित दिशा-निर्देशों के पालन हेतु निर्देशित किया गया:
*सीसीटीवी निगरानी:* सभी मेडिकल स्टोर्स में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से स्थापित किए जाएं और उनकी रिकॉर्डिंग कम से कम 30 दिनों तक सुरक्षित रखी जाए। पुलिस विभाग समय-समय पर इनकी जांच करेगा।
*प्रिस्क्रिप्शन आधारित बिक्री:* कोई भी मेडिकल स्टोर बिना वैध चिकित्सीय पर्ची (Prescription) के नशीली दवाओं की बिक्री नहीं करेगा। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
*गोपनीय जांच एवं निगरानी:* पुलिस एवं ड्रग इंस्पेक्टर की संयुक्त टीम मेडिकल स्टोर्स का औचक निरीक्षण करेगी। नशीली दवाओं की अवैध बिक्री की जानकारी मिलने पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाएगी।
*स्टॉक रजिस्टर का संधारण:* प्रत्येक मेडिकल स्टोर को अपने स्टॉक रजिस्टर को नियमित रूप से अपडेट रखना होगा और निर्माता, आपूर्तिकर्ता (Manufacturer/Wholesaler) से लेकर रिटेलर तक का पूरा विवरण संधारित करना अनिवार्य होगा।
*लाइसेंस वैधता:* मेडिकल स्टोर्स को सुनिश्चित करना होगा कि उनका लाइसेंस वैध एवं अद्यतन हो। किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर संबंधित स्टोर के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
*शैक्षणिक संस्थानों एवं अस्पतालों के निकट सख्त निगरानी:* स्कूल, कॉलेज एवं अस्पतालों के आसपास नशीली दवाओं की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। यदि किसी मेडिकल स्टोर द्वारा इन नियमों का उल्लंघन किया जाता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मीडिया एवं जनजागरूकता अभियान: नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए मीडिया, स्वास्थ्य विभाग और खाद्य विभाग के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया गया।
बैठक के अंत में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों से अपील की कि वे शासन के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करें और नशीली दवाओं के अवैध व्यापार को रोकने में प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर संबंधित मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।