कलेक्टर सह अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण लीना कमलेश मण्डावी के मार्ग दर्शन में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु जिले के मास्टर ट्रेनरों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि उल्लास कार्यक्रम का क्रियान्वयन प्रत्येक ग्राम एवं वार्ड में संचालित साक्षरता केन्द्र के स्वयं सेवी शिक्षकों द्वारा असाक्षरों कों 200 घण्टे अध्यापन की व्यवस्था संचालित की जानी है। जिसमें विकासखण्ड स्तर पर कुशल प्रशिक्षकों को तैयार करते हुए प्रत्येक संकुल के स्वयं सेवी शिक्षकों को संकुल समन्वयक के द्वारा स्वयं सेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाना है।
साक्षरता के महत्वपूर्ण घटक सिर्फ बुनियादी साक्षरता एवं संख्यागान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल (डिजिटल, वित्तीय, कानूनी, मतदान पर्यावरण आदि) व्यवसायिक कौशल, बुनियादि शिक्षा, सतत् शिक्षा का राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार जन-जन तक साक्षर करने का उद्देश्य को पूरा करने के लिए स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से शिक्षार्थियों तक पहुंचाना है। राज्य स्त्रोत व्यक्तियों द्वारा कार्यशाला-प्रशिक्षण के विभिन्न घटकों को पदवार डीआरजीएस को प्रशिक्षित किया गया। स्वयंसेवी शिक्षक के रूप में कक्षा 10वीं एवं 12वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों द्वारा असाक्षरों को अध्यापन कार्य कराकर महा परीक्षा अभियान में सम्मिलित कराने पर 10 अंक बोनस का प्रावधान किया गया है।
कार्यक्रम के अंत में असाक्षरों को साक्षर बनाने हेतु साक्षरता शपथ भी दिलाया गया।
प्रशिक्षण राज्य स्त्रोत व्यक्ति बनमाली प्रसाद वासुदेव, मनोज रोहणी एवं श्रीमती किरण विंध्यराज द्वारा दिया गया।