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यात्रीगण कृपया ध्‍यान दें, चीन-अमेरिका के निशाने पर आया भारत!, हर दिन हुए औसतन 900 हमले

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यात्रीगण कृपया ध्‍यान दें, इंडियन एविएशन की फ्लाइट्स न केवल साइबर थ्रेट्स का लगातार सामना कर रही है, बल्कि चीन-अमेरिका सहित कई देशों के निशाने पर है. शायद यही वजह है कि इंडियन एविएशन इकोसिस्‍टम को रोजाना औसतन 900 साइबर हमलों का सामाना करना पड़ रहा है. यह चौंकाने वाला खुलासा बीते दिनों साइबर पीस नाम ऑर्गेनाइजेशन के रिसर्च रिपोर्ट से हुआ है.

साइबर पीस की रिपोर्ट ‘एक्‍सप्‍लोरिंग साइबर थ्रेट्स एण्‍ड डि‍जिटल रिस्‍क इन द इंडियन एविएशन इकोसिस्‍टम’ में यह खुलासा जून 2024 से अगस्त 2024 के बीच एकत्र किए गए डेटा पर आधार पर किया गया है. यह रिपोर्ट रियल टाइम सिमुलेशन और थ्रेट्स के गहन विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई है. इस रिपोर्ट में एविएशन स्‍ट्रक्‍चर की साइबर सिक्‍योरिटी को अधिक बेहतर बनाए जाने की बात पर जोर दिया गया है.

तीन महीनों में 80,588 साइबर हमले
रिपोर्ट में पाया गया कि जून 2024 से अगस्‍त 2024 के बीच इंडियन एविएशन नेटवर्क में 80,588 से अधिक साइबर हमले हुए हैं, जो वास्तविक एविएशन सिस्‍टम के लिए एक बड़ा खतरा हैं. साइबर हमला करने वालों ने मुख्य तार पर कम्‍युनिकेशन और डेटाबेस प्रोटोकॉल को अपना निशाना बनाया. उन्‍होंने टेलनेट पर 64,104, MySQL पर 15,629, HTTP पर 512 और FTP पर 217 हमले किए. इसके अलावा, 296 अलग-अलग यूज़रनेम और 15,928 अलग-अलग पासवर्ड का उपयोग करते हुए ऑटोमेटेड ब्रूट-फोर्स हमले देखे गए, जिससे ऑथेंटिकेशन मैकेनिज्‍म में मौजूद खामियां के बारे में पता चला.

इन देशों से हुए भारत में साइबर हमले
इस रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन एविएशन सेक्‍टर के लिए खतरा पैदा करने वाले देशों में चीन, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और ताइवान के नाम शामिल हैं. इसके अलावा, कुछ साइबर हमले भारत के भीतर से भी हुए हैं. साइबरपीस के ग्‍लोबल प्रेसिडेंट मेजर विनीत के अनुसार, इस रिपोर्ट के रिजल्‍ट भारतीय एविएश इंडस्‍ट्री के लिए एक बड़ी चेतावनी है. साइबर सिक्‍योरिटी अब कोई विकल्प नहीं, बल्कि एविएशन सिक्‍योरिटी की मजबूती का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. लिहाजा, एविएशन इंडस्‍ट्री से जुड़ी सभी एजेंसीज को अहम कदम उठाने की जरूरत है.

बॉटनेट गतिविधियों और डेटा चोरी का खतरात
आपको बता दें कि रिपोर्ट में बॉटनेट गतिविधियों, ओपेन लॉगिन क्रेडेंशियल्स और फाइनेंसियल डेटा लीक के मामलों को भी उजागर किया गया है, जिससे आइडेंटिटी थेप्‍ट और धोखाधड़ी के खतरे बढ़ रहे हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एविएशन सेक्‍टर की सुरक्षा के लिए मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे, सक्रिय जोखिम प्रबंधन और लगातार निगरानी की आवश्यकता है.

साइबर सिक्‍योरिटी के लिए क्‍या करने की जरूरत
साइबरपीस की रिपोर्ट में एविएशन सेक्‍टर से जुड़ी एजेंसी और स्‍टेक होल्‍डर्स को कुछ एहतियाती कदम उठाने की सलाह भी दी गई है. जिसमें निम्‍नलिखित महत्‍वपूर्ण बातें शामिल हैं.
1. नेटवर्क सिस्‍टम को सार्वजनिक पहुंच से अलग करने के साथ नियमित सुरक्षा ऑडिट कराने की सलाह दी गई है.
2. मल्टी-फैक्टर सर्टिफिकेशन और की-बेस एप्रोज लागू करने के लिए कहा गया है.
3. रियल टाइम में साइबर थ्रेट का पता लगाने के लिए रिस्‍पॉन्‍स मैकेनिज्‍म को मजबूत करना की सलाह दी गई है.
4. एविएशन स्‍टाफ के लिए नियमित सुरक्षा ड्रिल और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा गया है.

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