

अयोध्या के रामलला मंदिर को आतंकी वारदात का निशाना बनाने की एक साजिश को गुजरात पुलिस ने हरियाणा और यूपी पुलिस के सहयोग से विफल कर दिया है. पुलिस के सूत्रों के मुताबिक बीते 28 फरवरी को ATS गुजरात पुलिस के अधिकारियों ने सूचना दी थी कि फैजाबाद का रहने वाला अब्दुल रहमान नामक शख्स किसी आतंकवादी संगठन के संपर्क में है. उसके द्वारा शीघ्र ही किसी बड़ी आंतकवादी घटना को अंजाम देने की योजना है. उसके बाद गुजरात पुलिस को यह पता चला कि वह शख्स फरीदाबाद में किसी घटना को अंजाम देने के लिये आ सकता है.
इस सूचना के मिलने पर हरियाणा पुलिस एसटीएफ की पलवल यूनिट को जिम्मेदारी देकर संदिग्ध अब्दुल रहमान को पकड़ने की कोशिश की जा रही थी. बीते 2 मार्च को एटीएस गुजरात से फिर सूचना दी गई की वह संदिग्ध शख्स फरीदाबाद की तरफ आ रहा है. जिसको पकड़ने के लिये योजना बनाई गई. अब्दुल रहमान का फोटो भी एटीएस गुजरात ने हरियाणा एसटीएफ से शेयर किया गया.
कल तलाशी के दौरान अब्दुल रहमान निवासी जिला फैजाबाद को बांस रोड पाली पर एसटीएफ पलवल और एटीएस गुजरात की ज्वाइंट टीम ने पकड़ लिया. पुलिस टीम ने संदिग्ध अब्दुल रहमान को पकड़ने पर कड़ाई से पूछताछ की. जिस पर उसने बताया कि उसके पास बैग में दो हैंड ग्रेनेड हैं. जिसके बाद हड़कंप मच गया. उस बैग को खाली जगह पर रखकर हरियाणा पुलिस के बम निरोधक दस्ते को बुलाकर दोनो हैंड ग्रेनेड को निष्क्रिय करवाया गया.
पुलिस ने इस पूरी घटना के संबंध में एक मुकदमा संबंधित थाना डबुआ जिला फरीदाबाद में दर्ज किया और हिरासत में लिए गए अब्दुल रहमान को विधिवत गिरफ्तार किया गया. इसी के साथ पुलिस की एक संयुक्त टीम को उत्तर प्रदेश के फैजाबाद स्थित अब्दुल रहमान के घर की तलाशी के लिए रवाना किया गया. जिससे कि महत्वपूर्ण सबूत जुटाए जा सकें. आज इसको पुलिस हिरासत में लेकर गहनता से पूछताछ की जाएगी व आगे भी कड़ाई से जांच की जाएगी.