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27358 KMPH की रफ्तार, 2000° टेंपरेचर और 4576 बार धरती का चक्कर, सुनीता विलियम्स का पूरा जनरल नॉलेज

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नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीत विलियम्स धरती पर लौट आई हैं. अंतरिक्ष की कैद में 9 महीने तक फंसीं सुनीता विलियम्स की घर वापसी हो गई. सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के अलावा दो अन्य अंतरिक्ष यात्री भी पृथ्वी पर लौट आए हैं. पूरी दुनिया में जश्न का माहौल है. सुनीता विलियम्स समेत चारों अंतरिक्षयात्रियों को लेकर एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के स्पेसक्राफ्ट को फ्लोरिडा पैनहैंडल के तेलाहासे जलक्षेत्र में उतारा गया. एक घंटे के भीतर ही अंतरिक्षयात्री अपने स्पेसक्राफ्ट से बाहर आ गए. सुनीता विलियम्स के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी. उन्होंने कैमरों की ओर देखकर हाथ हिलाया और मुस्कुराईं. इसके बाद उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए स्ट्रेचर पर ले जाया गया.

सुनीता विलियम्स और अन्य अंतरिक्ष यात्री महज आठ दिन के लिए अंतरिक्ष गए थे. मगर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. उन्हें धरती पर वापसी के लिए 9 महीने का लंबा इंतजार करना पड़ा. पिछले साल जून में महज आठ दिनों के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर सुनीता विलियम्स गई थीं. बोइंग का जो स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट उन्हें वापस धरती पर लाने वाला था, वो खराब हो गया था. इसलिए उन्हें इतना लंबा इंतजार करना पड़ा.उन्हें लाने में नासा की मदद एलन मस्क की कंपनी एस्पएक्स ने की. स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल से सुनीता विलियम्स धरती पर अमेरिका फ्लोरिडा के तट पर सुरक्षित लैंड कीं.

कैसे धरती पर आईं सुनीता
सुनीता विलियम्स भारतीय समयानुसार बुधवार तड़के 3 बजकर 27 मिनट पर अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ ड्रैगन कैप्सूल के जरिए फ्लोरिडा के तट के पास समंदर में गिरीं. आसमान से धरती पर लैंडिंग की प्रक्रिया को स्प्लैशडाउन कहा जाता है. अंतरिक्ष से धरती पर कदम रखने में सुनीता विलियम्स को करीब 17 घंटे का वक्त लगा. यह सफर इतना आसान नहीं था. स्प्लैशडाउन से पहले के सफर में बहुत सी चीजें हुईं. मसलन जब सुनीता विलियम्स का ड्रैगन कैप्सूल धरती पर लैंड कर रहा था, तब पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते वक्त इसकी रफ्तार 17000 मील प्रति घंटा यानी 27358 किलोमीटर प्रति घंटा थी. इसे कुछ मिनट बाद धीमा किया गया था. इतना ही नहीं, वायुमंडल में एंट्री करने के बाद स्पेसक्राफ्ट का टेंपरेचर करीब 2000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. हालांकि, हीट शील्ड में इतनी गर्मी थी कि सुनीता विलियम्स को कुछ नहीं हुआ.

धरती का कितना चक्कर
बीबीसी की खबर के मुताबिक, इतना ही नहीं, ड्रैगन कैप्सूल जब धरती के वायुमंडल में आया तो कुछ वक्त तक सबकी जान हलक में अटक गई थी. कारण कि स्पेस्क्राफ्ट का सिग्नल छूट गया था. कम्युनिकेशन टूट गया था. हालांकि, 3-4 मिनट बाद फिर सब ठीक हो गया और कनेक्शन बहाल हो गया. जब समंदर के ऊपर ठीक कैप्सूल आया तो बारी-बारी से दो-दो करके पैराशूट खुले. इसके बाद पहले से तैनात नासा की टीम ने रस्सी के सहारे कैप्सूल को सेफ्टी नाव में लाया. धरती पर आने से पहले सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में 286 दिन बिताए. इस दौरान उन्होंने पृथ्वी की 4,576 बार परिक्रमा की और स्पलैशडाउन के समय तक 12 करोड़ 10 लाख मील की यात्रा की.

कब और कैसे अंतरिक्ष में फंसीं
दरअसल, सुनीता विलियम्स नौ महीने पहले बोइंग की एक परीक्षण उड़ान के जरिये अंतरिक्ष केंद्र में पहुंची थीं. उनके साथ बूच विल्मोर भी थे. दोनों अंतरिक्षयात्री पांच जून 2024 को बोइंग के नए स्टारलाइनर क्रू यान में सवार होकर अंतरिक्ष में गए थे और उनके एक सप्ताह बाद ही लौटने की उम्मीद थी. अंतरिक्ष स्टेशन के रास्ते में इतनी सारी समस्याएं आईं कि नासा को अंततः स्टारलाइनर को खाली वापस धरती पर लाना पड़ा और अंतरिक्ष यात्रियों की घर वापसी में देरी हुई. बुच विल्मोर और भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने दो अन्य अंतरिक्षयात्रियों के साथ स्पेसएक्स यान पर सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को अलविदा कहा.

सुनीता विलियम्स कौन हैं, भारत से क्या कनेक्शन
सुनीता विलियम्स एक भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं. उन्हें अंतरिक्ष परी कहा जाता है. उन्होंने कई अंतरिक्ष मिशनों में भाग लिया है. उनका जन्म 19 सितंबर 1965 को ओहियो, अमेरिका में हुआ था. उनके पिता दीपक पंड्या भारतीय मूल के हैं और गुजरात के अहमदाबाद से ताल्लुक रखते हैं. जबकि उनकी मां स्लोवेनियाई मूल की हैं. सुनीता ने 2006 और 2012 में दो बार अंतरिक्ष में यात्रा की और 321 दिन तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने अंतरिक्ष में 7 बार वॉक भी किया. भारत से उनका गहरा संबंध है, और वह भारत को अपने दिल के करीब मानती हैं. वह अंतरिक्ष जब गई थीं, तब गणेश जी की मूर्ति अपने साथ ले गई थीं.

उनके परिवार में कौन-कौन
पिता: दीपक पंड्या (भारतीय मूल के डॉक्टर थे. वह अहमदाबाद, गुजरात से थे. उनका निधन 2020 में हो गया था.)
मां: बोनी पंड्या – स्लोवेनियाई मूल की अमेरिकी नागरिक. अभी जिंदा हैं.
पति: माइकल जे. विलियम्स – एक पुलिस अधिकारी हैं, जो पहले ओहायो में फुल-टाइम पुलिस अफसर रह चुके हैं.
भाई: जय थॉमस पंड्या – वे अमेरिका में रहते हैं.
बहन: डायना पंड्या – वे भी अमेरिका में रहती हैं.
संतान- नहीं

सुनीता विलियम्स की कितनी संपत्ति
सुनीता विलियम्स की कुल संपत्ति (नेट वर्थ) करीब $5 मिलियन (करीब 40 करोड़ रुपये) है. सालाना सैलरी करीब 1.25 करोड़ रुपये होगी.

सुनीता विलियम्स का एजुकेशन
सुनीता विलियम्स ने 1983 में यूएस नेवल एकेडमी से भौतिक विज्ञान (Physical Science) में B.Sc किया. इसके बाद उन्होंने 1995 में फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मास्टर ऑफ साइंस (M.Sc) की डिग्री इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में प्राप्त की. उन्होंने नेवी पायलट और अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण भी पूरा किया.

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