

आज के समय में लोग जितना कमाते हैं, उस कमाई का कुछ हिस्सा सुरक्षित कर जरूर रखते हैं. किस इंसान को कब पैसों की जरुरत पड़ जाए, कहा नहीं जा सकता. वो भी आज के समय में जब हादसों की संख्या इतनी ज्यादा बढ़ गई है, ऐसी स्थिति में इमरजेंसी के लिए पैसे जमा करना काफी जरुरी हो गया है. लोग अपनी मेहनत की कमाई बैंकों में सुरक्षित रखते हैं. लेकिन अगर यही बैंक लोगों की मेहनत की कमाई उड़ाने लगे तो?
रायपुर के देवेंद्र नगर के एचडीएफसी बैंक शाखा से ऐसी ही एक खबर सामने आई है. यहां बैंक मैनेजर नितिन देवांगन के ऊपर ग्राहकों के खाते से बिना उनकी जानकारी के पैसे निकालने का आरोप लगा है. जांच में सामने आया कि बैंक मैनेजर इन पैसों को पर्सनल यूज के लिए इस्तेमाल कर रहा था. अब बैंक मैनेजर पर पुलिस ने आपराधिक मुकदमा दर्ज किया है. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
6 खातों से हुआ फर्जीवाड़ा
पुलिस की एफआईआर के मुताबिक़, एचडीएफसी बैंक के ब्रांच मैनेजर की पोस्ट पर नितिन 2020 से 2023 तक पदस्थ थे. इस दौरान उन्होंने ग्राहकों के छह खातों से बिना उनकी अनुमति के 82 लाख 83 हजार रुपए निकाले और उन्हें पर्सनल यूज में इस्तेमाल किया. जब बैंक की तरफ से विभागीय जांच की गई, तब जाकर ये पूरा मामला सामने आया. बैंक की तरफ से नितिन को दोषी माना गया और उन्हें ग्राहकों के पैसे लौटाने को कहा गया.
नहीं दिए तीन लाख
नितिन ने बैंक के आदेश के बाद कुछ महीनों का समय मांगा. इसके बाद उसने बैंक को मात्र 78 लाख 85 हजार ही लौटाए. ऐसी स्थिति में बैंक ने तीन लाख 98 हजार के लिए देवेंद्र नगर थाने में शिकायत दर्ज करवाई. अब पुलिस ने नितिन के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है और उसे अरेस्ट कर लिया है.