सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी दूतावास पर एयर स्ट्राइक के बाद पश्चिम एशिया में हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं. पूरा क्षेत्र युद्ध के कगार पर आ खड़ा हुआ है. कुछ दिनों पहले ईरान ने 300 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल से इजरायल पर हमला कर दिया था. इजरायल ने इनमें से 99 फीसद ड्रोन और मिसाइल को निष्क्रिय करने का दावा किया था. अब इजरायल ने इसका जवाब दिया है. मित्र राष्ट्रों के संयम बरतने की अपील को दरकिनार करते हुए इजरायल ने ईरान पर मिसाइल से हमला किया है. मीडिया रिपोर्ट में ईरान के पावर और न्यूक्लियर प्लांट को निशाना बनाने का दावा किया जा रहा है. हालांकि, ईरान ने इन रिपोर्ट्स को खारिज किया है. दूसरी तरफ, तेहरान और शिराज जाने वाली फ्लाइट्स को सस्पेंड कर दिया गया है.
ABC न्यूज ने ईरान की सरकारी मीडिया के हवाले से बताया है कि तेहरान, इस्फहान और शिराज जाने वाली फ्लाइट्स को सस्पेंड कर दिया गया है. इस्फहान एयरपोर्ट के पास धमाके की सूचना के बाद उड़ानों को सस्पेंड करने का फैसला किया गया है. इस्फहान एयरपोर्ट के समीप स्थित कहजवारिस्तान में धमाका हुआ. यह उत्तर-पश्चिम इस्फहान में स्थित एयरपोर्ट और 8वीं शेखरी आर्मी एयरफोर्स बेस के बीच मौजूद है. सामरिक और रणनीतिक रूप से इस जगह को बेहद संवेदनशील माना जाता है.
न्यूक्लियर प्लांट सुरक्षित
ईरान के परमाणु संयंत्र को नुकसान पहुंचने की खबरों के बीच ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कोर (IRGC) ने देश के न्यूक्लियर प्लांट को पूरी तरह से सुरक्षित बताया है. न्यूज एजेंसी ईरना की रिपोर्ट के अनुसार, IRGC के एक वरिष्ठ कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अहमद हजतलब ने परमाणु संयंत्रों को पूरी तरह से सेफ बताया है. ब्रिगेडियर जनरल अहमद हजतलब IRGC की उस यूनिट के चीफ हैं, जिसके पास न्यूक्लियर प्लांट की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी अंगुलियां हमेशा ट्रिगर पर रहती हैं, ताकि किसी भी तरह के दुस्साहस का माकूल जवाब दिया जा सके.
डिमोना पावर प्लांट भी सेफ
मीडिया रिपोर्ट में ईरान के डिमोना पावर प्लांट को भी नुकसान पहुंचने का दावा किया जा रहा है. IRGC के प्रवक्ता ने इस पर स्थिति स्पष्ट की है. न्यूज एजेंसी इरना के अनुसार, IRGC ने कहा कि डिमोना पावर प्लांट को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. यह पूरी तरह से सुरक्षित है. उन्होंने उस रिपोर्ट को झूठ बताया जिसमें यह डिमोना पावर प्लांट की दीवार ढहने का दावा किया गया था. फिलहाल ईरान और इजरायल की वजह से पूरी पश्चिम एशिया में भीषण सैन्य टकराव की आशंका और बढ़ गई है.