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पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री को बनाया बंधक, कार की हवा निकाली, शीशे तोड़े, झड़प में कई घायल

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पश्चिम बंगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय में आज अराजकता का माहौल देखा गया. बंगाल के शिक्षा मंत्री को बंधक बनाकर धक्का-मुक्की की. मौके पर हुई हाथापाई में कई छात्र घायल हो गए. जादवपुर विश्वविद्यालय में उस वक्त तनाव की स्थिति पैदा हो गई, जब वामपंथी छात्र संगठनों ने WBCUPA (पश्चिम बंगाल कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रोफेसर एसोसिएशन) की बैठक के दौरान विरोध प्रदर्शन किया. बंगाल के शिक्षा मंत्री को छात्रों ने घेर लिया और उन्हें बंधक बना लिया. जादवपुर विश्वविद्यालय में डब्ल्यूबीसीयूपीए की बैठक के दौरान तनावपूर्ण टकराव हुआ.

वामपंथी छात्र संगठनों ने छात्र संसद के चुनाव की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के पहुंचने से पहले ही प्रदर्शन शुरू हो गया और हवा में नारे गूंजने लगे. डब्ल्यूबीसीयूपीए अधिकारियों ने हस्तक्षेप करने का प्रयास किया तथा प्रदर्शनकारियों को वहां से चले जाने को कहा, लेकिन स्थिति छात्रों और अधिकारियों के बीच हाथापाई तक पहुंच गई. गतिरोध जारी रहा और छात्रों ने शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु की कार को रोक दिया तथा उसके पहियों की हवा निकाल दी.

शिक्षा मंत्री 2 घंटे तक बंधक
शिक्षा मंत्री को लगभग दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने उनके वाहन में तोड़फोड़ की, बोनट और खिड़कियों को तोड़ दिया. यहां तक ​​कि कार पर जूते रख दिए जिन पर ‘ब्रोकर’ शब्द लिखा था. विरोध प्रदर्शन ने उस समय और अधिक गंभीर रूप ले लिया जब छात्रों के बीच हाथापाई शुरू हो गई, जिसके परिणामस्वरूप एक छात्र की बुरी तरह पिटाई की गई तथा खून-खराबे की भी खबरें आईं. इस घटना से व्यापक चिंता और आक्रोश फैल गया है. इससे छात्र संगठनों और विश्वविद्यालय प्राधिकारियों के बीच बढ़ता तनाव साफ सतह पर आ गया.

इस घटना के बारे में मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा कि टीचरों और प्रोफेसरों के खिलाफ नारा लगाया गया है. मैंने छात्र संगठनों के साथ बैठक करना चाही तो मुझे बैठक नहीं करने दिया गया. टीएमसी और एसएफआई ने मुझे डेप्युटेशन दिया. ये जो उग्र वाम हैं उन्हें मेंने कहा कि आप लोग चार लोग का मुझे डेप्युटेशन दें, तो उन्होंने कहा कि नहीं हम सभी 40 लोगें से ही बात करिये. हमारे अध्यापक अध्यापिकाओं को मारा गया, पोस्टर फाड़ दिये, मीटिंग में अभद्रता की. मैं उनसे पूछना चाहूंगा कि ये कौन सी डेमोक्रेसी में ऐसा कहां होता है. उपाचार्य से धक्कामुक्की की, मेरी गाड़ी में तोड़फोड़ की, मेरे सुरक्षाकर्मी के पीटकर उसे घायल कर दिया.